बिजली के बड़े बकायेदारों की कुर्क होगी संपत्ति
कोरोना संक्रमण काल में राजस्व वसूली में बेपटरी हुई बिजली कंपनी राजस्व वसूली को लेकर अब सख्ती बरतने की तैयारी में है। समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले बड़े बकायेदार उपभोक्ताओं की संपत्ति कुर्क की जायेगी। ऐसे बकायेदार उपभोक्ताओं से बकाया राशि वसूलने के लिए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने नोटिस भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है। यह नोटिस कुर्की की कार्रवाई के लिए भेजी जा रही है। बिजली कम्पनी ने वैसे उपभोक्ता जिन्होंने साल भर या उससे भी अधिक समय से बिजली बिल जमा नहीं किया है उन पर नीलामवाद की प्रक्रिया शुरू की है। एसबीपीडीसीएल का मानना है कि यदि बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई नही की गई तो रेग्युलर बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं को भी बेहतर सेवा देने में परेशानी आएगी।ऐसे में जरूरी है कि बकायेदारों पर बिल वसूली में सख्ती की जाए।
नीलामवाद पदाधिकारी को सौंपी 60 की सूची
जिले में अब तक 60 बकायेदारों की सूची निलामवाद पदाधिकारी को सौंपी जा चुकी है। राजस्व पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि जिले में करीब 6000 ऐसे बकायेदार हैं जिन्होंने करीब साल भर से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। राजस्व पदाधिकारी ने बताया कि 50 बकायेदारों को प्रतिदिन नोटिस दिया जा रहा है। नोटिस दिए जाने के बाद करीब 15 दिनों का समय भुगतान के लिए दिया जा रहा है। यदि इस अवधि में भी बिजली बिल के बकाए राशि का भुगतान नहीं हुआ तो संबंधित बकायेदारों की सूची बनाकर उसे नीलामवाद पदाधिकारी को सौंप दिया जाता है।
छोटे बकायेदारों पर भी कसेगा शिकंजा
छोटे बकायेदार पर कम्पनी शिकंजा कसने की तैयारी में है। ऐसे उपभोक्ताओं की भी सूची बनाई जा रही है। राजस्व पदाधिकारी ने बताया कि पहले चरण में बड़े बकायेदारों को नीलामवाद के लिए नोटिस दिया जा रहा है। इनपर कार्रवाई के बाद छोटे बकायेदारों की बारी आएगी। धीरे-धीरे कम राशि वाले बकायेदारों पर भी कंपनी सख्ती करेगी। बिजली बिल बकाया रखना कानूनन गलत है।