कुर्मी आंदोलन : पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों की अब खैर नहीं
- 36 लोगों के खिलाफ हुई प्राथमिकी दर्ज
- 19 व्यक्ति गिरफ्तार
दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के मनोहरपुर में घाघरा हॉल्ट पर हाल ही में रेल नाकाबंदी के दौरान कुर्मी समुदाय के सदस्यों का नेतृत्व करने वाले अमित महतो सहित 19 लोगों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और 20 सितंबर को पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष शेखर ने कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा लाठियों से हमला किए जाने के बाद एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट और कुछ पुलिसकर्मियों को चोटें आई थीं।
शेखर ने यहां एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बुधवार को आदिवासी कुर्मी समाज (एकेएस) के आंदोलन के आह्वान के मद्देनजर घाघरा हॉल्ट के आसपास सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के बावजूद सैकड़ों आंदोलनकारी सुबह 8 बजे से ही पटरियों पर बैठ गए जिससे रेल सेवाएं बाधित हुईं।
उन्होंने कहा कि लगभग 9 बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने आंदोलनकारियों को सूचित किया कि सरकार द्वारा उनकी मांगों (अनुसूचित जनजाति की सूची में कुर्मी समुदाय को शामिल करने और कुरमाली भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने) पर बातचीत करने के लिए सहमत होने के बाद उनकी केंद्रीय समिति के नेताओं ने आंदोलन वापस ले लिया है।
उन्होंने कहा कि हालांकि महतो ने मजिस्ट्रेट पर आंदोलन को विफल करने की कोशिश करने का आरोप लगाकर भीड़ को उकसाया और पुलिसकर्मियों पर लाठियों से हमला करना शुरू कर दिया और ईंट-पत्थर चलाने लगा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर थाने में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत महतो सहित 36 लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है।
(भाषा)