झारखण्ड में गरमाया सियासी पारा, जानें शिबू सोरेन के घर शुरू हुई अनबन की वजह
झारखण्ड/राँची :जेएमएम यानी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है. पार्टी का अंदरूनी कलह सड़क पर आने लगा है। जेएमएम के कई विधायक बागी हो गए हैं। लोबिन हेम्ब्रम अपनी ही सरकार के खिलाफ तीखी बयानबाजी कर रहे हैं तो मुख्यमंत्री की भाभी और विधायक सीता सोरेन सरकार भी राज्यपाल तक से शिकायत कर चुकी हैं। हेमंत सोरेन और सीता सोरेन के बीच मुकाबला जोरों पर है। हेमंत सोरेन की ओर से पहले बैटिंग करने आए स्टीफन मरांडी ने सीता और लोबिन को झामुमाे से निकालने की मांग की।
- सीता ने उनको औकात बताई
स्टीफन मरांडी ने सीता सोरेन और लोबिन हेंब्रम पर निशाना साधते हुए कहा कि वो संगठन के भीतर अपनी बातें रखें। राजभवन जाकर जामा की विधायक सीता सोरेन ने गलत किया। सरकार के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले बोरियो के विधायक लोबिन हेम्ब्रम की कोई औकात नहीं है। उन्होंने दावा किया कि दोनों विधायकों को भाजपा उकसा रही है।
स्टीफन मरांडी ने कहा कि भाजपा झामुमो को तोड़ना चाहती है। ऐसे में दल की नीतियों और सिद्धांतों को ताख पर रखने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीता सोरेन की शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात को दल विरोधी बताते हुए स्टीफन मरांडी ने उनके खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा के बजट सत्र में सीता सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम ने अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना तक दिया।
ज्ञात हो कि सीता सोरेन झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के पुत्र दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं। उन्होंने अपनी दो पुत्रियों को आगे कर एक समानांतर संगठन दुर्गा सोरेन सेना खड़ा किया है। जबकि लोबिन हेम्ब्रम लगातार सरकार की घेराबंदी कर रहे हैं। उन्होंने सरकार के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की है।