ममता ने माना- प्रशासन की तरफ से हुई बड़ी लापरवाही, 5-5 लाख की आर्थिक मदद का ऐलान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीरभूम हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने रामपुरहाट के बगतुई गांव पहुंचीं। ममता बनर्जी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है, टीएमसी नेता की हत्या के बाद पुलिस को अलर्ट होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जो भी इसके पीछे है उन्हें सख्त सज़ा मिलेगी। मृतक के परिवार को 5 लाख, जिनके घर जले है उन्हें एक लाख रूपए और घर चलाने के लिए 10 लोगों को नौकरी दी जाएगी।
TMC का प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री से मिलने पहुंचा
तृणमूल का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने संसद पहुंचा है। प्रतिनिधिमंडल में डेरेक ओ ब्रायन, महुआ मोइत्रा, सुदीप बंदोपाध्याय सहित अन्य नेता मौजूद हैं। मीडिया से बात करते हुए टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि बीरभूम के रामपुरहाट की घटना को देखते हुए हमने गृह मंत्री से राज्यपाल को हटाने के लिए कहा है। हमने जो पत्र मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दिया वही पत्र की कॉपी गृह मंत्री अमित शाह को दिया है।
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अधीर रंजन ने अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग की
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने का आग्रह किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकार संविधान के प्रावधानों के अनुसार चले। चुनाव के बाद की हिंसा और बीरभूम जिले में मंगलवार की उस घटना का हवाला देते हुए, जिसमें आठ लोगों को जला दिया गया था, उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
West Bengal CM Mamata Banerjee hands over a cheque of Rs 5 lakhs to the kin of those killed in #Birbhum violence
Financial aid of Rs 2 lakhs will be given for reconstructing affected houses. Families of the 10 people who died in fire will be given a job & Rs 5 lakhs, she says pic.twitter.com/I0HxivywM6
— ANI (@ANI) March 24, 2022