क्या यूक्रेन के बाद PoK का नंबर है?
- पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा- सरकार इसके लिए बाध्य है
इस वक्त जब पूरी दुनिया का ध्यान रूस और यूक्रेन के महायुद्ध पर है। पुतिन की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए प्रयास कर रही है। ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ घंटों में रूस की सेना कीव पर कब्जा कर लेगी। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि यूक्रेन के बाद चीन भी ताइवान पर अटैक कर उसे चीन में मिलाने की कोशिश कर सकता है।
वहीं दुनियाभर में भी अब भारत को लेकर बातें हो रही हैं। यूक्रेन और ताइवान के बाद भारत भी PoK पर अटैक कर सकता है। सोशल मीडिया पर भी ऐसी कई टिप्पणियां की गई हैं जिनमें भारत से पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेने की मांग की जा रही है।
इन सब के बीच लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (सेवानिवृत्त) ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने अहमददाबाद में कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) “उचित समय पर” भारत का हिस्सा बन जाएगा। कर्णावती विश्वविद्यालय में आयोजित अहमदाबाद डिजाइन वीक कार्यक्रम में ढिल्लों ने कहा कि इस देश में बहुत से लोगों ने सोचा था कि धारा 370 कभी नहीं हटेगा। समय आने पर जैसे अनुच्छेद 370 हट गया वैसे समय आने पर पीओके भी भारत का हिस्सा हो जाएगा। हमारी संसद में यह एक प्रस्ताव है। हमारे संसदीय प्रस्ताव के अनुसार, एक अच्छा लोकतंत्र होने के नाते हम बाध्य हैं। पीओके उचित समय पर भारत का हिस्सा होगा।
ढिल्लों ने 2019 के पुलवामा हमले के समय सेना की 15वीं कोर की कमान संभाली थी। उन्होंने एक महत्वपूर्ण समय में कमान संभाली थी जब केंद्र ने जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को समाप्त करने की अपनी योजना को क्रियान्वित किया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, लद्दाख और जम्मू और कश्मीर में विभाजित कर दिया था। लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों भारतीय सेना में 39 साल के अपने करियर के दौरान विभिन्न रणनीतिक पदों पर सेवा देने के बाद इसी साल 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गए थे।