पुलिस अधीक्षक ने किया आलूबेड़ा सहित अन्य सुदूरवर्ती नक्सली क्षेत्रों का मोटरसाइकिल से दौरा
- अंधविश्वास के चक्कर में न पड़ें ये अपराध की जड़ है
- असामाजिक गतिविधियों में शामिल लोगों को भी समाज की मुख्य धारा में लौटने की अपील
झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा : ज़िले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के आलूबेड़ा सहित अन्य सुदूरवर्ती नक्सली क्षेत्रों में आज पुलिस अधीक्षक एच पी जनार्धनन् एवं एसडीपीओ पाकुड़ अजित कुमार बिमल ने मोटरसाइकिल से भ्रमण करने के क्रम में ग्रामीणों से मिले।
अमड़ापाड़ा थाना से मोटरसाइकिल से निकले एसपी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने आलूबेड़ा स्थित पुलिस कैम्प का निरीक्षण किया। पुलिस कैम्प की घेराबंदी, सुरक्षा व्यवस्था सहित जवानों के रहने आदि के व्यवस्था का भी अधिकारियों ने अवलोकन कर कैम्प के अधिकारियों को मौके पर जरूरी निर्देश दिया।
ग्रामीण इलाकों में ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं का जाना और उनकी समस्या के निराकरण का आश्वासन भी दिया।
भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक न्यू कठालहडीह गाँव में छोटे बच्चों से भी मिले व उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। बच्चों के बीच उन्होंने बिस्कुट और चॉकलेट भी बांटा। गांव के फुटबॉल खिलाड़ियों को फुटबॉल देकर उनका हौसला अफजाई किया। साथ ही कहा अगर किसी कारण से आपकी पढ़ाई छूट गई है और आप फिर से पढ़ाई करना चाहते हैं या एड्मिसन करवाने में दिक्कत है तो बताएँ आपकी मदद की जाएगी।
समाज में जागरूकता फैलाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि अंधविश्वास के चक्कर में न पड़ें ये अपराध की जड़ है। डायन, जादू टोना ऐसा कुछ नहीं होता है अगर कोई ऐसा कहता है या लोगों को समझाता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
पुलिस अधीक्षक एच पी जनार्धन, एसडीपीओ पाकुड़ अजित कुमार बिमल, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी मनोज कुमार पुलिस बल के साथ आमझारी, कठालडीह सहित अन्य गांवों का दौरा किया।
भ्रमण के क्रम में ग्रामीणों से मिलते हुए पुलिस और ग्रामीणों के बीच मैत्रिक सम्बंध पर जोर दिया। सरकार के द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए समाज में अग्रणी भूमिका में आने के लिए युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था में खलल डालने वालों को चिन्हित कर पुलिस को सूचना दें। असामाजिक गतिविधियों में शामिल लोगों को भी समाज की मुख्य धारा में लौटने की अपील पुलिस पदाधिकारियों ने की।