लालू यादव का परिवार एक बार फिर से सुर्खियों में है। दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दिल्ली से पटना आने के साथ ही परिवार दो हिस्सों में बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। एक ओर जहां तेजस्वी यादव हैं तो दूसरी ओर तेज प्रताप यादव हैं। अपने ही परिवार में खुद को तेज प्रताप यादव अपेक्षित महसूस कर रहे हैं। इतना ही नहीं, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के व्यवहार से आहत होने के बाद तेज प्रताप ने पार्टी छोड़ने तक की बात कह ही है। इन सबके बीच तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें उनके पिता लालू यादव से मिलने नहीं दे रहे हैं। इसी को लेकर धरने पर बैठ गए।
जब तक हम आपको पार्टी से नहीं निकालेंगे तब तक हमें RJD से कोई मतलब नहीं है। आगे हम बहुत बड़ा कदम लेने वाले हैं: RJD नेता तेज प्रताप यादव, पटना https://t.co/kmeFw47Jwx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 24, 2021 मामला बढ़ता देख लालू यादव और राबड़ी देवी तेज प्रताप को मनाने पहुंचे जिसके बाद यह धरना खत्म हो गया। जब लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी तेज प्रताप यादव से मिलने पहुंचे तो उनके बड़े बेटे ने उनका आचरण दूध से धोया और खूब आदर सत्कार किया। तेज प्रताप यादव ने कहा कि हमें RJD से कोई लेनादेना नहीं है, कोई मतलब नहीं है। आज खुशी का इतना बड़ा मौका था, सब को एक होना था लेकिन ऐसी परिस्थिति में भी हमें बेइज्ज़त किया गया। एयरपोर्ट पर हमें जगदानंद सिंह ने ठेलने का काम किया। ये कैसा रवैया है? तुम RSS वाले हो। इसके बाद तेज प्रताप ने कहा कि जब तक हम आपको पार्टी से नहीं निकालेंगे तब तक हमें RJD से कोई मतलब नहीं है। आगे हम बहुत बड़ा कदम लेने वाले हैं।
तेज प्रताप यादव ने कहा, देखिये, मैंने अपने पिता के स्वागत के लिये किस तरह अपने घर को सजाया था, जो मामलों के चलते लंबे समय तक मुझसे दूर रहे। उन्हें उनके विरोधियों ने इन मामलों में फंसाया था। इससे पहले, तेज प्रताप यादव तीन साल बाद पटना लौटे अपने पिता लालू से मिलने मां के आवास 10, सर्कुलर रोड पहुंचे थे, लेकिन वहां उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया। तब वह कुछ सौ मीटर दूर अपने आवास पर लौटे गए। कुछ देर बाद वह अपने समर्थकों के साथ आए और धरने पर बैठ गए। उनके समर्थकों के हाथों में छात्र जनशक्ति परिषद के झंडे थे।