Prabhasakshi’s Newsroom। बप्पा की तैयारियों में जुटे भक्त, धारा 144 लागू । बसपा ने बाहुबली को दिया झटका
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियां अपने उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर रही हैं। इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने अहम ऐलान किया है। मायावती आगामी चुनावों के मद्देनजर बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को टिकट नहीं देगी। वहीं महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में बप्पा की तैयारियों जोरो-शोरो पर हैं। 10 से 19 सितंबर तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा लेकिन भक्तों को मंदिरों में जाने की अनुमति नहीं होगी और अंत में बात कोरोना संक्रमण की होगी, जो धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है।
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अंसारी को नहीं मिलेगा टिकट
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी के मद्देनजर तमाम पार्टियों ने अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। बसपा ने अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की थी। उसके बाद तमाम दलों ने प्रबुद्ध सम्मेलन किए। आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के कई बड़े नेता अयोध्या जाएंगे। लेकिन आज हम बात महज बसपा की करने वाले हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि बसपा का अगामी विधानसभा चुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली व माफिया को टिकट न दिया जाए। इसके मद्देनजर ही बसपा ने आजमगढ़ मण्डल की मऊ विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। ऐसे में अंसारी के स्थान पर मायावती ने भीम राजभर के नाम का ऐलान कर दिया है।
उन्होंने ट्वीट किया कि जनता की कसौटी व उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत ही लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो।
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मायावती ने कहा कि बसपा का संकल्प ’कानून द्वारा कानून का राज’ के साथ ही उत्तर प्रदेश की तस्वीर को भी अब बदल देने का है ताकि प्रदेश व देश ही नहीं बल्कि बच्चा-बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहनजी की ’सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ जैसी तथा बसपा जो कहती है वह करके भी दिखाती है यही पार्टी की सही पहचान भी है।
वहीं कुछ वक्त पहले मायावती ने प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया था, जहां पर उन्होंने वादा किया कि आगामी चुनावों में यदि बसपा की सरकार बनी तो पहले की तरह स्मारक और पार्क नहीं बनाएगी बल्कि विकास पर ध्यान देगी।
गणपति बप्पा मोरया
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, जिन्हें ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य के अवतार के रूप में पूजा जाता हैं। भारत में अपने कामों में आने वाली किसी भी बाधा को दूर करने के लिए भगवान गणेश के नाम का जप करना एक आम बात है। इसी कारण से उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।
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इसी बीच नागपुर के टेकड़ी में स्थित श्री गणेश मंदिर में ‘आरती’ हुई, जहां पर कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किसी भी भक्त को परिसर के भीतर आने की अनुमति नहीं दी गई। वहीं कोरोना स्थिति के मद्देनजर पुलिस ने मुंबई में 10 सितंबर से 19 सितंबर के बीच गणेश उत्सव के दौरान धारा 144 लागू करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा शहर में किसी भी प्रकार के जुलूस को निकालने की अनुमति नहीं होगी।
वहीं, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं ने देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दीं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान गणेश बुद्धिमत्ता, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में पूजे जाते हैं। विघ्नहर्ता विनायक हमारे मार्ग में आने वाली सब बाधाओं को दूर करें।
पैर पसार रहा कोरोना
क्या कोरोना महामारी की तीसरी लहर आ गई है ? या फिर आने वाली है ? इस तरह के सवाल लगातार हमारे आस-पास घूम रहे हैं। इसके बावजूद कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। देश की वित्तीय राजधानी कही जाने वाली मुंबई में गणेश चतुर्थी के मद्देनजर धारा 144 लागू कर दी गई है फिर भी भारी संख्या में लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, धारा 144 सिर्फ गणेश चतुर्थी की वजह से नहीं लागू की गई है बल्कि कोरोना संक्रमण के बढ़ने के खतरे को आकते हुए लागू की गई है। लेकिन दादर का एक वीडियो सामने आया है।
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वहीं, देश में एकदिन में कोरोना के 34,973 नए मामले दर्ज किए गए। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 31 लाख 74 हजार 954 हो गई। वहीं एक्टिव मामलों की बात की जाए तो वह 3 लाख 90 हजार 646 हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार संक्रमण से 260 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4 लाख 42 हजार 9 हो गई।