हनुमानगढ़ी पर श्रद्धालुओं के प्रवेश रोके जाने से नाराज हुए महंत
अयोध्या। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर शुरू हो चुका है ऐसे में राम नगरी अयोध्या में सावन झूला महोत्सव प्रारंभ हो गया है इस दौरान अयोध्या के सभी प्रवेश मार्ग सहित रामकोट क्षेत्र में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया। वही सुबह प्रशासन के अधिकारियों द्वारा हनुमानगढ़ी परिसर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने से गद्दीनशीन व पुजारी भी नाराज हो गए। जिसको लेकर प्रशासन पर दुर्भाग्यपूर्ण रवैया अपनाए जाने का आरोप लगाया है।
हनुमानगढ़ी के महंत गद्दी नशीन प्रेम दास ने कहा कि आज सुबह कुछ पुलिस के जवानों के द्वारा श्रद्धालुओं व संतों को भी मंदिर में प्रवेश नही दिया जा रहा था इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस के अधिकारियों से बातचीत किया गया तो उन्होंने बताया कि ऊपर से आदेश है जबकि किसी भी धार्मिक स्थल को बंद करने का आदेश नहीं है। जिसको लेकर जिलाधिकारी से भी बातचीत किया जाए तो उन्होंने इस तरह से रोके जाने पर साफ इनकार कर दिया। उसके बाद श्रद्धालुओं के प्रवेश को छोड़ दिया गया भाई कहां की इस तरह से किसी मंदिर को अचानक बंद करना गलत है इसके लिए जिलाधिकारी नहीं मानते हैं तो मुख्यमंत्री से बात होगी नहीं तो प्रधानमंत्री से भी बात की जाएगी वही कहा कि अधिकारियों का रवैया तो ठीक है लेकिन उनके नीचे बैठे अधिकारी मनमानी कर रहे हैं।
हनुमानगढ़ के पुजारी राजू दास ने आरोप लगाते हुए कहा कि अयोध्या में देश के विभिन्न स्थानों से लोग पहुंचते हैं क्योंकि कल मंगलवार था इसलिए दर्शन पूजन के लिए लोग अयोध्या आए हुए थे। यहां के मंदिरों की व्यवस्था श्रद्धालुओं पर ही आधारित है वही कहा कि सरकार द्वारा जारी किए गाइडलाइन का पालन हर व्यक्ति कर रहा है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है जिस प्रकार से बिना बताए मंदिरों में आम जनमानस को आने से रोक लगा देना गलत है इसकी जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों से बातचीत की तो वह अनभिगता जाहिर की लेकिन पुलिस वाले तो रोक रहे थे यह अच्छी बात नहीं है यह घटना निंदनीय है।