किसान आंदोलन पर बोलीं केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी- वे किसान नहीं, मवाली हैं
वे किसान नहीं मवाली हैं। इसका संज्ञान भी लेना चाहिए, ये आपराधिक गतिविधियां हैं, जो कुछ 26 जनवरी को हुआ वो भी शर्मनाक था, आपराधिक गतिविधियां थी, उसमें विपक्ष द्वारा ऐसी चीजों को बढ़ावा दिया गया: केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, कृषि क़ानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर pic.twitter.com/CuFnHzLEFw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021 उन्होंने कहा कि लोगों के हित में जो फैसले हैं वह भारत सरकार करेगी। गलत नैरेटिव पर ज्यादा ऊर्जा व्यर्थ नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह किसान नहीं है। किसानों के पास दिल्ली आकर प्रदर्शन करने का समय नहीं है। पेगासस मामले में मिनाक्षी लेखी ने कहा कि स्पाइवेयर मुद्दे में 10 देशों का नाम लिया गया है, लेकिन अन्य देशों के विपक्ष ने हमारे विपक्ष की तरह प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह एक ऐसी कहानी है जो मनगढ़ंत है और साक्ष्य रहित है। जब भी देश में कुछ सही और अच्छा होने वाला होता है, तो इस तरह का आचरण किया जाता है। इस तरह की कहानियां भारतीय संस्थानों को कमजोर करने और डेटा संरक्षण को रोकने के लिए चलाई जाती हैं। यह संरचनाओं की विश्वसनीयता के प्रति जनता को असंवेदनशील बनाने और हमारे देश की छवि खराब करने के लिए है।