यूपी में भाजपा को मजबूत बनाने में लालजी टंडन की महत्वपूर्ण भूमिका: राजनाथ सिंह
लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वरिष्ठ भाजपा नेता लालजी टंडन की स्मृतियों को याद करते हुए बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता के गलियारे में स्थापित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह यहां मुख्य हजरतगंज क्षेत्र में बहुस्तरीय पार्किंग के सामने टंडन की 12 फुट ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। सिंह ने कहा, उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता के गलियारे में स्थापित करने में टंडन जी की महत्वपूर्ण भूमिका थी। 26 साल की उम्र में मैं पहली बार विधायक बना तब से टंडन जी के बारे में जानता हूं। प्रत्यक्ष रूप से भले समझ में न आये लेकिन मैं जानता हूं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता के गलियारे में टंडन जी ने स्थापित किया। कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता था तो उसमें टंडन जी की भागीदारी होती थी और कल्याण सिंह से लेकर सभी मुख्यमंत्री उनकी सलाह लेते थे।
जब कभी भी कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता था तो उसमें निश्चित रूप से आदरणीय लालजी टंडन की भागीदारी रहती थी। भाजपा को सत्ता के गलियारे में स्थापित करने में उनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे बड़े-बड़े पदों पर रहें लेकिन आम लोगों से कभी अलग नहीं हुए: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह pic.twitter.com/I8bOWhz0AL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2021 अपने भाषण में राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में ‘अराजकता’ के माहौल को खत्म करने और राज्य के विकास को दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा भी की। रक्षा मंत्री ने कहा कि दो व्यक्ति लखनऊ में ऐसे थे जो लखनऊ की संस्कृति, संस्कार और व्यवहार न केवल समझते थे बल्कि उसी के अनुरूप अपना जीवन जीते थे जिनमें एक डॉक्टर योगेश प्रवीन थे और दूसरे लालजी टंडन थे। उन्होंने कहा कि दोनों लखनऊ के ‘इनसाइक्लोपीडिया’ थे। इतिहासकार प्रवीन का पिछले दिनों निधन हो गया। लालजी टंडन के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, व्यक्ति का पद और कद चाहे कितना बड़ा क्यों न हो, उसे अपनी जमीन से नहीं कटना चाहिए, यह सीखना हो तो टंडन जी से सीखें… संबंधों का निर्वाह वह बखूबी करते थे। उन्होंने कहा, सपा, बसपा, कांग्रेस सभी दल के नेताओं से उनके अच्छे रिश्ते थे। हर धर्म, हर मजहब के लोगों से उनके अच्छे रिश्ते थे। मायावती जी उप्र की मुख्यमंत्री थीं तो उन्हें अपना भाई कहती थीं। संबंधों को जीवंत बनाए रखना सीखना हो तो यह टंडन जी से सीख सकते हैं। सिंह ने कहा, राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए- यह उनकी अवधारणा थी। उन्होंने विकास की राजनीति की, इसलिए लोग उन्हें विकास पुरुष के नाम से नवाजते थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और टंडन के रिश्तों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, मैं अटल जी को श्रीराम की भूमिका में देखता था… टंडन जी को लखनऊ के लखन के रूप में देखता था। सिंह ने कहा कि एक अखबार के एक अंक का लोकार्पण करते हुए यहां कभी अमृत लाल नागर ने कहा था कि लखनऊ के बारे में अगर उनसे ज्यादा कोई जानता है तो वह टंडन हैं।