ब्रेकिंग : ढाटापाड़ा क्षेत्र में अवैध खनन के साथ-साथ विस्फोटक का अवैध कारोबार

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झारखण्ड/साहिबगंज, कोटालपोखर (संवाददाता, एहसान आलम) : जिले के बरहरवा अंचल के कोटालपोखर थाना क्षेत्र के मयुरकोला, ढाटापाड़ा, पीपलजोड़ी, लोहटिया, फतेहपुर इलाके में कई पत्थर खदान अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं। अवैध व लीज पत्थर खदानों में अवैध तरीके से विस्फोटक (जिलेटिन व डेटोनेटर) पहुंचाया जा रहा है।

 

 

 

पुलिस प्रशासन व खनन विभाग कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। सूत्रों की माने तो अवैध तरीके से विस्फोटक सप्लाई में बाइक व चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल हो रहा है। विस्फोटक सप्लाई का खेल रात के अंधेरे में शुरू होती है। इलाके में विस्फोटक सप्लाई के पूर्व स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना मिल जाती है। ढाटापाड़ा इलाके में कई अवैध पत्थर खदान संचालित है। पत्थर खदानों में प्रतिदिन ब्लास्टिंग होती है। लाइसेंसधारी विस्फोटक आपूर्तिकर्ता की संख्या कम है। अधिकतर विस्फोटक बाहर से आते हैं।

 

 

 

सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार अनुज्ञप्तिधारी विस्फोटक आपूर्तिकर्ता 150 सौ किलोमीटर के अंदर ही विस्फोटक सप्लाई कर सकता है, लेकिन यह नियम सिर्फ कहने और सुनने के लिए कहा गया है। पुलिस को सब कुछ पता है। लाइसेंसधारी आपूर्तिकर्ता भी विस्फोटक सप्लाई में धांधली कर रहा है। गोदाम में क्षमता से अधिक विस्फोटक का भंडारण कर उसे अवैध पत्थर खदानों में सप्लाई किया जाता है। चोरी चुपके विस्फोटक पहुंचाने के लिए इलाके में एजेंट बहाल है।

 

 

 

ढाटापाड़ा के कई घरों में विस्फोटक जिलेटिन, डेटोनेटर यूरिया बृहद पैमाने पर रखा जा रहा है। इस क्षेत्र में कागज पर बंद खदानों से पत्थर निकालने का कार्य बदसूरत जारी है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि बंद किए गए पत्थर खदान खुलेआम चल रहे हैं। लेकिन इन खदानों में अवैध खनन होते साफ देखा जा सकता है। अवैध खुदाई के कारण भी सरकार को खनिजों के एवज में एक धेला भी नहीं मिला। इस अवैध कारोबार की भारी कीमत ढाटापाड़ा के ग्रामीणों ने कुछ इस तरह चुकाई कि इलाके का भूजल स्तर आज कई जगह 300 फुट नीचे तक चला गया है।

 

 

 

कहा जाता है कि कानून के हाथ लंबे हैं लेकिन बात तो तब बनेगी जब इन हाथों का इस्तेमाल होगा।

आकाश भगत

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