फिर होगा टेररिस्तान पर स्ट्राइक? एक रात में ही पाकिस्तान के कई चक्कर लगाने में सक्षम राफेल से ख़ौफ़ज़दा इमरान!
टेररिस्तान के नाम से मशहूर भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को भी डर लगता है। जिसकी बानगी पाकिस्तान असेंबली के पूर्व स्पीकर ने करते हुए हाले-बयान कुछ इस तरह से किया था- “भारत के हमले की आशंका से उस समय पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे और चेहरे पर पसीना आ रहा था। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कांप रहे थे। अभिनंदन को लेकर वो कह रहे थे कि खुदा के वास्ते उसे जाने दें”।
पाकिस्तान में एक बार फिर से भारत और मोदी सरकार का खौफ देखने को मिल रहा है। दरअसल, जम्मू में इमरान के ड्रोन अटैक की साजिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। जिसके बाद से पाक की इस हरकत का जवाब भारत किस अंदाज में देगा इसकी सबसे ज्यादा चर्चा है। पाकिस्तान के सबक सीखाने के लिए उस पर सर्जिकल स्ट्राइक-3 की बात भी सोशल मीडिया पर लोगों की तरफ से की जा रही है।
दरअसल, पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान और वहां की जमीन से चलने वाले आतंकी संगठन ड्रोन के जरिये भारत में हथियार, अस्ला-बारूद गिराने का काम कर रहे हैं। अब तक कई बार भारतीय सुरक्षा बल और एजेंसियां पाकिस्तान के इस मंसूबे को नाकाम कर चुकी है। ये चलन जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने के बाद से और ज्यादा बढ़ गया है। लेकिन अब भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच अंबाला से श्रीनगर और लेह लद्दाख के लिए उड़ान भर रहे राफेल के शोर ने पाकिस्तान के रातों की नींद उड़ा कर रख दी है।
- एक रात के भीतर कई बार पाकिस्तान के पूरे चक्कर लगा सकता है राफेल
राफेल फ्रेंच भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है हवा का तेज झोंका। लेकिन पाकिस्तान व उसके कप्तान इमरान खान के लिए इसका अर्थ है डर का तेज झोंका। वैसे तो विमानों के जमीन पर उतरने को तकनीकि भाषा में Touch Down कहते हैं।
लेकिन पाकिस्तान को इस बार का डर सता रहा है कि दहाड़ाते, गरजते राफेल का इस्तेमाल उसके खिलाफ हो गया तो उसके लिए knee down करने के अलावा कोई चारा न बचेगा। राफेल एक रात के भीतर कई बार पाकिस्तान के पूरे चक्कर लगा सकता है और इस्लामाबाद से लेकर रावलपिंडी तक तहलका भी मचा सकता है।
- राफेल में कितना दम
राफेल विमार का लगातार 12 घंटे तक उड़ान भरने का रिकॉर्ड है। इस अवधि में वो 17000 किलोमीटर की दूरी तय कर सरता है। ये कोई सुनी-सुनाई बात नहीं है बल्कि राफेल ने ऐसा करके भी दिखाया है। बता दें कि राफेल लड़ाकू विमान ने प्रशांत महासागर में स्थित एयरबेस की यात्रा के दौरान 12 घंटे में 17000 किलोमीटर की दूरी तय की। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच राफेल अंबाला से श्रीनगर और लेह लद्दाख के लिए उड़ान भर रहे हैं। इन विमानों की निगरानी के लिए फ्रांस की टीम अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात है। राफेल लड़ाकू विमान श्रीनगर पाकिस्तान की दूरी करीब 220 किलोमीटर और लेह लद्दाख 427 किलोमीटर है। इसी कारण से राफेल की तैनाती यहां की गई है।
10 सितंबर 2020 को वायुसेना में शामिल किया गया राफेल को औपचारिक रूप से दस सितंबर 2020 को अंबाला एयरबेस पर हुए समारोह में शामिल किया गया था। पांच राफेल विमान फ्रांस से अंबाला कैंट एयरबेस पर लैंड किए था। इस समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित फ्रांस से उनकी समकक्ष सहित वायुसेना अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया भी शामिल हुए थे।