झुंड से अलग हुआ जगंली हाथी, गांव में मचाया कोहराम; 14 लोगों को कुचला
अपने झुंड से अलग एक जंगली हाथी संथाल परगना के कई जिलों में कहर बरपा रहा है। टीओआई की एक खबर के मुताबिक, देवघर और जामताड़ा जिलों में पिछले एक हफ्ते में इस जंगली हाथी ने कम से कम 5 लोगों को कुचल कर मार डाला है।
वन अधिकारियों के अनुसार, संथाल परगना, धनबाद और गिरिडीह जिलों में अब तक जंगली हाथी से 14 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं पिछले 24 घंटे के बीच अब तक 3 लोगों की मौत हो गई है। गांव निवासियों के मुताबिक, चैताली देवी (31) और उसकी पड़ोसी वंदना कुमारी (16) मंगलवार को जंगली हाथी का शिकार हो गई। बता दें कि दोनों नदी में नहाने के लिए आए थे और तभी जंगली हाथी ने उन्हें कुचल कर मार डाला।
चैताली के पति राकेश कुमार भूदेव ने बताया कि, पत्नी चैताली और वंदना दोनों दोपहर में जयंती नदी में स्नान करने गए थे लेकिन वापस नहीं लौटे। जब बहुत देर हो गई तब दोनों की तलाश की गई। बता दें कि तलाशी के दौरान पाया गया कि दोनों का शव कुछ ही दूरी पर जंगली हाथी के पास पड़ा हुआ था। भूदेव ने बताया कि, वनकर्मियों द्वारा हाथी को खदेड़ने के बाद लाशें बरामद की गईं। जिला वन अधिकारियों के अनुसार, हाथी को बाद में जामताड़ा जिले की ओर ले जाया गया, जहां उसी शाम करमाटांड थाना क्षेत्र के कालाझरिया गांव में फिर से एक शंकर सिंह को कुचल कर मार डाला।
वहीं जामताड़ा के फतेहपुर थाना क्षेत्र के मालडीहा गांव में 20 जून को एक विवाहित जोड़े को उसी हाथी ने मार डाला, जिसके बाद वन विभाग की टीम देवघर जिले में पहुंची और हाथी को धनबाद के टुंडी वन क्षेत्र में ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा जामताड़ा के जिला वन अधिकारी अचिंत्य बांकर ने गांव के निवासियों को ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होने के लिए कहा गया जिससे जंगली हाथी को छेड़ा जा सके, वन अधिकारी ने साथ में कहा है कि ऐसा कुछ न करें जिससे आपके जीवन के लिए खतरा पैदा हो।