बटला हाउस एनकाउंटर: फांसी की सजा सुनते ही उड़ गई आतंकी आरिज की नींद
दिल्ली की एक अदालत ने 2008 के बटला हाउस एनकाउंटर में दिल्ली पुलिस निरीक्षक मोहन चंद शर्मा की हत्या के मामले में आरिज खान को मौत की सजा सुनाई है। बता दें कि जब से कोर्ट ने आरिज खान उर्फ जुनैद सलीम को फांसी की सज़ा सुनाई है तब से ही तिहाड़ जेल में इसकी निगरानी बढ़ा दी गई है।
खबर के मुताबिक, आरिज को तिहाड़ जेल नंबर 1 में बंद किया गया है। इसके ऊपर तमिलनाडु की स्पेशल पुलिस और 24 घंटें सातों दिन सीसीटीवी कैमरों की निगरानी होगी। पुलिस आंतकी आरिज पर निगरानी इसलिए रख रही है ताकि वह कोई बड़ा कदम जैसे की आत्महत्या या जेल में सुरंग खोदकर फरार होने की साजिश न रच सके। सूत्रों के मुताबिक, जेल 1 नंबर में बंद आतंकी आरिज हाई रिस्क वॉर्ड में बंद है, इस जेल में उसे एक-दो आंतकियों के साथ रखा गया है।
- उड़ गई है आतंकी आरिज की नींद
बताया जा रहा है कि जब से आरिज को फांसी की सज़ा सुनाई गई है तभी से वह दो रातों से ठीक से सो नहीं पाया है। सूत्रों के मुताबिक, सज़ा की खबर सुनने के बाद से ही आरिज की नींद उड़ गई है। आपको बता दें कि फांसी की सज़ा सुनाने के बाद अपराधी को कोई भी परोल नहीं दी जाती है। किसी विशेष कारण में ही कोर्ट परोल के लिए जेल प्रशासन को आदेश दे सकता। यह भी है कि अपराधी अपने आपको बचाने की हर संभव कोशिश करता है जिसको देखते हुए जेल प्रशासन ऐसे आपराधियों पर कड़ी निगरानी रखती है।
15 मार्च को सुनाए गए फांसी के फैसले के बाद से ही आरिज का अलग से रजिस्टर मेंटेन किया जाएगा। सूत्रों ने बताया है कि अब तक आरिज को अन्य कैदियों से अलग नहीं किया गया है, वह पहले की तरह ही रह रहा है लेकिन समय आने पर जल्द ही आतंकी आरिज को अलग किया जा सकता है।
गौरतलब है कि, 2008 के बटला हाउस एनकाउंटर में दिल्ली पुलिस निरीक्षक मोहन चंद शर्मा की हत्या के मामले में आरिज खान को मौत की सजा सुनाई है।अदालत ने खान के खिलाफ 11 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया और निर्देश दिया कि जुर्माने की राशि में से 10 लाख रुपये शर्मा के परिवार को मुआवजे के रूप में दिए जाएं। कथित तौर पर आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े खान को पिछले हफ्ते मुठभेड़ के दौरान शर्मा की हत्या और अन्य अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया था।