पीसीआर चालक हत्याकांड में पुलिस का खुलासा
- मुंह बोला मामा हीं निकला हत्यारा
- पीसीआर चालक को रास्ते से हटाकर उसकी पत्नी और संपत्ति हड़पने की थी योजना
- शराब के नशे में धूत सिपाही पर पीछे से किया वार
झारखण्ड/हजारीबाग (संवाद सहयोगी) : पीसीआर चालक बीरेंद्र मेहता हत्याकांड का पुलिस ने उदभेदन कर दिया। हत्या उसके मुंह बोला मामा अशोक मेहता पिता शीतल मेहता सौकी, थाना मयूरहंड जिला चतरा ने की।
- हत्या के पीछे का कारण
बीरेंद्र मेहता के पत्नी से उसका लगाव और उसके नाम दर्ज संपत्ति था। रास्ते से हटा कर पत्नी से विवाह कर लेने और संपत्ति हड़पने की योजना से हीं उसने 15 की रात डयूटी से लौट रहे बीरेंद्र मेहता को दीपूगढ़ा बुलाकर जमकर शराब पिलाया। जब बीरेंद्र नशे में धूत हो गया तो उसे इचाक घूमाने के बहाने ले गया। इसके बाद उसके सर पर हमला कर उसे मौत के घाट सुला दिया।
पूरी जानकारी एसपी कार्तिक एस ने प्रेसवार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि 16 की सुबह पीसीआर चालक बीरेंद्र मेहता का शव इचाक के हदारी कर्बला के समीप मैदान में मिला था। परिजनों ने हत्यारोपी अशोक मेहता को नामजद अभियुक्त बनाया था। पूछताछ में उसने अपनी संलिफ्ता स्वीकार करते हुए हत्या की बात कबूल की।
एसपी ने बताया कि 15 की रात दीपूगढ़ा चौक के समीप एक होटल में खाना बनवाने के बाद दोनों बोलेरो पर ही बैठक कर खाना खाया और जमकर शराब की। अशोक मेहता पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत खुद कम शराब पी। इसके बाद उसे घूमाने के बहाने इचाक अपने बोलेरो जेएच 02एजेड- 9491 से ले गया। हदारी कर्बला मैदान में वाहन खड़ा करने के बाद वह मफलर से बीरेंद्र की गर्दन को खींच कर नीचे उतारा और फिर उस पर वार कर उसकी हत्या कर दी। एसपी ने कहा कि पूछताछ में अशोक ने बताया कि उसकी हत्या के बाद वह अपने गांव चला इससे पूर्व वह नदी में अपने बोलेरो में लगे खून को धोकर साफ कर दिया।
प्रेसवार्ता में एसपी के अलावा एसआईटी प्रमुख एसडीपीओ सीसीआर अनिता लकड़ा, इंस्पेक्टर दारु नीरज कुमार सिंह, इंस्पेक्टर चुरचू मनोज कुमार सिंह, थाना प्रभारी इचाक देवेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य शामिल थे।
- पुलिस ने बरामद की खून के छीेंटे लगे कपड़े व मोबाइल
हत्यारोपी अशोक पहले तो पुलिसिया पूछताछ में अपने आप को निर्दोष बताने की हर संभव कोशिश की। इसके बाद जब पुलिस सख्त हुई तो उसने सारी कहानी बता दी। इसके अलावा पुलिस ने तकनीकी आधार पर अशोक के फोन लोकेशन, फोन कॉल और उसके पत्नी से होने वाले बातचीत के बारे में भी जब अशोक को जानकारी दी तो वह टूट गया। जांच में ये बातें भी सामने आया कि अशोक रंगमिजाज का शादी शुदा लड़का है। वह ईट व्यवसाय करता है और उसका बोलेरो रामकी कंपनी में किराए पर संचालित है।