डीबीएल कोल् कंपनी के खिलाफ़ गोलबंद हुए सभी ट्रांसपोर्टरी व वाहन मालिक

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  • 01 सितंबर से कोयला ढुलाई ठप्प

झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा : ज़िले के अमड़ापाड़ा प्रखण्ड में संचालित डीबीएल कोल् कंपनी के सभी ट्रांसपोर्टरी/वाहन मालिकों ने विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतू अविलंब बैठक बुलाने के लिए आज पुनः आवेदन सौंपा।

 

 

ज्ञात हो कि ट्रांसपोर्टर ट्रक ऑनर एसोसिएशन द्वारा बार बार कंपनी प्रबंधक को बैठक के लिए आवेदन दिए जाने के बावजूद आज तक कंपनी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है।

 

 

बताते चलें कि विगत 28.07.25 को अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ व डीटीओ पाकुड़ के समक्ष हुए बैठक में एक सप्ताह के भीतर बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, अधिकारियों द्वारा निर्देशित किए जाने के बावजूद बैठक नहीं आयोजित की गई और उच्च अधिकारियों के आदेश का अवहेलना की गई।

 

 

अतः आज दिनांक 31.08.25 दिन, रविवार को पचुवाड़ा कोल ट्रांसपोर्ट समिति द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि कंपनी के वरीय प्रबंधक जब तक ट्रांसपोर्ट समिति के सदस्यों से वार्ता नहीं करेंगे तब तक दिनांक 01.09.2025 से अनिश्चितकालीन समय तक के लिए डीबीएल कोल कंपनी के अंतर्गत चलने वाले सभी डंपर स्वतः खड़े रहेंगे।

 

 

कंपनी तथा ट्रांसपोर्ट समिति के साथ बैठक के मुद्दे निम्नांकित है:

1. कंपनी द्वारा एक्सीडेंटल के नाम पर प्रति टन ₹10/ काटे जाने के बावजूद आदित्य नारायण भगत ट्रांसपोर्ट (वेंडर कोड: 25001235) के वाहन से दिनांक 15.07.25 को हुए सड़क दुर्घटना के नाम पर काटे गए 9 लाख 17 हजार रुपए का 24 घंटे के भीतर भुगतान करना।

2. भाड़ा बढ़ोतरी में अविलंब निर्णय करना।

3. जर्जर हो चुके सड़क की मरम्मती करने, सड़क पर बढ़े अत्याचार पर रोक लगाने हेतू ठोस निर्णय करना।

4. डीबीएल कंपनी सड़क मैनेजमेंट व्यवस्था को छोड़ने जैसे कई गंभीर मुद्दे शामिल हैं।

 

 

 

ज्ञात हो कि डीबीएल कोल कंपनी के खिलाफ़ सभी ट्रांस्पोर्टरों में भारी रोष व्याप्त है। स्थानीय भी कंपनी के क्रियाकलापों से पहले ही खफ़ा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि गोलबंद हुए ट्रांसपोर्टर क्या इस बार कंपनी इनकी मांग को गंभीरता से लेती है या फिर वही ढाक के तीन पात?