स्कूल रुआर कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

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  • विद्यालयों में शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करना तथा ड्राप आउट बच्चों/आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना उद्देश्य: डीसी

 

झारखण्ड/पाकुड़ : ज़िले के रविन्द्र भवन टाउन हॉल में बुधवार को प्रोजेक्ट परख (तैयारी उड़ान की) अंतर्गत स्कूल रुआर (बैक टू स्कूल) कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

 

कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त मनीष कुमार, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू, जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पुरती, जिला क्रीड़ा पदाधिकारी राहुल कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी पाकुड़ समीर अल्फ्रेड मुर्मू, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अमड़ापाड़ा प्रमोद कुमार गुप्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी, हिरणपुर टुडु दिलीप ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

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उपायुक्त ने कहा कि वे बच्चे जो विद्यालय छोड़ चुके है, उन्हें वापस लाने एवं उन्हें शिक्षित करना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि रुआर का मतलब वापस आओ होता है। विद्यालय में अनामांकित 5 से 18 आयु वर्ग के सभी बच्चों को हमे विद्यालय में वापस लाना है। इसके अलावा कक्षा 1 से 11 में नामांकित सभी बच्चों को अगली कक्षा में नामांकन सुनिश्चित कराना है। वहीं नामांकित सभी बच्चों का विद्यालय में उपस्थिति भी सुनिश्चित कराना है। बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए रचनात्मक प्रयासों पर जोर दें। जो बच्चे विद्यालय नहीं आ रहे हैं, उनके घरों में जाकर अभिभावकों से बात करें।

 

उपायुक्त ने बताया कि यह कार्यक्रम 21 अप्रैल से लेकर 10 मई तक चलाया जाएगा। जिसमें विद्यालय के शिक्षक बाल पंजी का अद्यतीकरण व विद्यालय से बाहर के बच्चों को सूचीबद्ध करना है। जिले को शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ाने को लेकर जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए सभी शिक्षक, पीआरआई मेंबर, मीडिया प्रतिनिधियों सभी मिलकर शिक्षा विभाग के साथ साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अहम भूमिका निभाएं। उपायुक्त ने बताया कि दिनांक 24 अप्रैल को जिले एवं सभी प्रखंडों में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी से आग्रह किया कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रेरित कर रक्तदान करवाएं।

 

 

जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि बैक टू स्कूल कैंपेन 10 मई तक चलेगा। अभियान के तहत आंगनबाड़ी से प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक से मध्य व मध्य से उच्च तथा उच्च से उच्चतर विद्यालयों में ड्रॉपआउट या अनामांकित बच्चों का नामांकन होगा। स्कूलों को यह मैपिंग करनी है कि कक्षा पांच से छह, कक्षा आठ से नौ व कक्षा 10 से 11 में बच्चों का नामांकन हुआ। विद्यालय स्तर पर 21 अप्रैल से 10 मई तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

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वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पुरती ने कहा कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी है, की एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए। सरकार सभी बच्चों को शिक्षित करना चाहती है। ताकि बच्चे शिक्षित हो कर समाज व देश के विकास में अग्रसर हो सके।

 

इस अवसर पर एडीपीओ, एपीओ, बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी, सीआरपी, पीआरआई मेंबर, पीएमयू सेल के कर्मी मौजूद थे।

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आकाश भगत

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