फ्रंट लाइन वरियर्स को वैक्सीन देने के लिए तैयारियां शुरू, रूसी वैक्सीन का जल्द शुरू होगा ट्रायल, ZyCov-D के नतीजे संतोषजनक
जब भी भारत सरकार कोरोना वैक्सीन लांच करेगी तब राजस्थान में सबसे पहले इसे फ्रंट लाइन वरियर्स को दी जाएगी। इसको लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू करते हुए जिन वरियर्स का वैक्सीन देंगे उनका डेटाबेस बनाना शुरू कर दिया है। वहीं जयपुर में रूसी कंपनी की बनी एक वैक्सीन के ट्रायल की भी तैयारियां शुरू हो गई है। इससे पहले जायडस कैडिला कंपनी की बनाई वैक्सीन के सैकेण्ड फेज का ट्रायल हुआ था, जो लगभग सफल रहा है।
दो दिन पहले जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना से संबंधित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग एक रिव्यू बैठक की थी, तब उसमें वैक्सीन की तैयारियों पर चर्चा हुई थी। तब बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब भी वैक्सीन आए उसे किसे प्राथमिकता से लगाना है इसका पहले ही निर्धारण कर लें। साथ ही उन्होने वैक्सीन के सुरक्षित परिवहन एवं सुरक्षित वैक्सीनेशन सहित अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया था कि वैक्सीन को सेफ रखने, कोल्ड चैन सुविधाओं को सुदृढ़ करने, वैक्सीन लगाने वाले लोगों की डाटा एनालिसिस पर काम शुरू कर दिया है।
चार माह पहले हुआ था सैकेण्ड फेज का ट्रायल
सूत्रों के मुताबिक चार माह पहले अगस्त में जयपुर में कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल हुआ था। ये ट्रायल जयपुर के एक निजी सुपरस्पेशिलिटी अस्पताल में हुआ था। उस दौरान लगभग 120 से 150 वॉलंटीयर्स पर ये ट्रायल किया गया। सूत्रों के मुताबिक अब तक इसके परिणाम सकारात्मक ही नजर रहे है और वॉलंटीयर्स के स्वास्थ्य पर निगरानी बनी हुई है। ये ट्रायल जायडस कैडिला कंपनी की ओर से बनाई ZyCov-D नाम की वैक्सीन का हुआ था। कंपनी का ये ट्रायल दूसरे फेज का था, जिसके परिणाम अभी आने है। सूत्रों की माने तो राजस्थान में जल्द ही रूस में बनी Sputnik वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो सकता है।
जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिले में बनेगी टास्क फोर्स
राज्य में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव की मॉनिटरिंग में राज्य स्तरीय टीम तथा जिला स्तर पर अभियान के संचालन और क्रियान्वयन के लिए संबंधित जिला कलेक्टर की अगुवाई में टीम गठित की जाएगी। इनमें राज्य स्तरीय संचालन समिति टीकाकरण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों और अन्तर-विभागीय मुद्दों पर समन्वय के साथ-साथ अभियान के लिए संसाधनों की उपलब्धता की योजना बनाएगी और उसे क्रियान्वित करेगी।