CBI ने ठेकेदारों के ठिकानों पर मारा छापा, मंगवाई गई नोट गिनने वाली मशीन
- गिरिडीह FCI अनाज घोटाला
झारखण्ड/गिरिडीह : ज़िले में आज सीबीआई ने गिरिडीह में एफसीआई अनाज घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने ठेकेदार रामजी पांडे और गोदाम संचालक संजय शर्मा के घरों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई 16 हजार टन से ज्यादा अनाज की हेराफेरी के मामले में हुई है।
आरोप है कि रामजी पांडे ने फर्जी कागजात बनाकर गोदाम से अनाज निकाला और उसे ब्लैक में बेच दिया। इससे एफसीआई को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। सीबीआई को छापेमारी में भारी नकदी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। नोट गिनने वाली मशीन भी मंगवाई गई है। सूत्रों के मुताबिक, अभी कितना कैश मिला है, इसकी जानकारी नहीं है। छापेमारी अभी चल रही है।
- लंबे समय से रामजी पांडे के पास था FCI के गोदाम का ठेका
गिरिडीह के सरिया में एफसीआई के गोदाम का ठेका लंबे समय से रामजी पांडे के पास था। एफसीआई की टीम को निरीक्षण के दौरान घोटाले का पता चला था। जांच में सामने आया कि पांडे ने जन वितरण प्रणाली का अनाज भी गायब कर दिया था। सीबीआई को शक है कि पांडे अकेले नहीं थे। उन्हें जेएसएफसी (झारखंड स्टेट फूड कॉरपोरेशन) के कुछ अधिकारियों का भी सहयोग मिला था। जांच एजेंसी को शक है कि गायब अनाज को पश्चिम बंगाल के चावल मिलों में बेचा गया होगा।
सीबीआई ने पांडे के शास्त्रीनगर स्थित घर पर छापेमारी की। दूसरी छापेमारी एक अन्य गोदाम संचालक संजय शर्मा के घर पर हुई। शर्मा पर भी अनाज की हेराफेरी का आरोप है। शुरुआती जांच में पता चला था कि एफसीआई के गोदामों से निकाला गया अनाज बंगाल के राइस मिलों में भेजा गया। वहां उसे पॉलिश करके बाजार में बेचा जाता था।
एफसीआई ने सरिया में दस हजार टन क्षमता का गोदाम रामजी पांडे से किराये पर लिया था। गोदाम के संचालन की जिम्मेदारी भी पांडे की ही थी।