आदित्य रंजन के शिक्षकों की चप्पल से पिटाई वाले बयान से खफा विद्यालय में खाली पैर (नंगे पांव) रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे शिक्षक
- सरकार और कर्मचारियों के बीच टकराव पैदा करना चाहते हैं अधिकारी : प्रांतीय अध्यक्ष
- सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगेते आदित्य तो चरणबद्ध आंदोलन के लिए हम बाध्य होंगे : संघ
झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा: विगत 25 जुलाई 2024 को झारखण्ड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक, आदित्य रंजन के द्वारा शिक्षकों के यूनिफॉर्म को लेकर की गई अशिष्ट एवं अमर्यादित टिप्पणी (शिक्षकों की चप्पल से पिटाई) के विरोध में आज दिनांक 26 जुलाई 2024 को राज्य के सभी शिक्षक अपने विद्यालय में खाली पैर (नंगे पांव) रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है।
इसी क्रम में आज आर के +२ उच्च विद्यालय अमड़ापाड़ा के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने खाली पैर (नंगे पांव) रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
ज्ञात हो कि अभी कुछ दिनों पूर्व आदित्य रंजन अपने तुगलकी फ़रमान के कारण चर्चा में थे, उन्होंने आई सी टी इंस्ट्रक्टरों को छुट्टियों (रक्षा बंधन, रविवार, मिलाद उन नवी) में ट्रेनिंग पूर्ण करने का निर्देश ज़ारी किया है।
वहीं संघ के द्वारा कहा कि हम सभी माननीय मुख्यमंत्री जी से यह मांग करते है की आदित्य रंजन अपने अशिष्ट टिप्पणी के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे तथा शिक्षा विभाग के सभी जिम्मेदारियों से इन्हें मुक्त किया जाए।
झारखण्ड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक ने ज़ारी किया तुगलगी फ़रमान
आगे संघ के तरफ़ से कहा गया है कि यथोचित/संतोषप्रद कार्रवाई होने तक आंदोलन को और तीव्र किया जाएगा। जहां शिक्षक का सम्मान नहीं उस राज्य का उत्थान होना संभव नहीं। अगर आदित्य रंजन अपने अशिष्ट टिप्पणी के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगेते है तो हम चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।