ब्रेकिंग: कल पुलिस आज पारा (सहयोगी) शिक्षक के साथ पुलिस भिड़ंत, सहायक शिक्षकों ने सरकार पर लगाए वादाखिलाफी का आरोप

- सीएम हाउस घेरने जा रहे थे पारा शिक्षक
- आंसू गैस के गोले छोड़े गये
झारखण्ड/राँची : अपनी मांगों को लेकर मुखर हुए पारा (सहयोगी) शिक्षक आज मख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे। पारा शिक्षकों को बैरिकेट लगाकर रोकने की कोशिश हुई, तो पुलिसकर्मियों और पारा शिक्षकों में धक्का मुकी शुरू हो गयी। पारा शिक्षकों से पुलिस की हुई भिड़ंत के बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गये।
जानकारी के मुताबिक बता दें कि झारखंड के पारा शिक्षक हजारों की संख्या में रांची के मोरहाबादी मैदान से सीएम आवास का घेराव करने निकले थे।
आपको बता दें कि पारा शिक्षक वेतनमान के साथ-साथ अपने आप को राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पारा शिक्षकों ने सरकार को मार्च महीने तक इस मामले में आवश्यक कदम उठाने की बात रखी थी। लेकिन सरकार के स्तर से इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। जिसके बाद पारा शिक्षकों ने रांची जाकर सीएम आवास घेराव करने का कार्यक्रम तय कर लिया।
कल हेमंत सरकार की लाठी से लहूलुहान हुए सहायक पुलिसकर्मियों से आज प्रातः असम के मुख्यमंत्री एवं चुनाव सह प्रभारी श्री Himanta Biswa Sarma जी ने रांची स्थित रिम्स जाकर उनका हाल चाल जाना और उनकी आवाज को बुलंद किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष श्री अमर बाउरी जी और विधायक श्री समरी लाल जी भी साथ रहे।
पारा शिक्षकों को रोकने के लिए कई जगहों पर बैरिकेट लगाया गया है। पारा शिक्षक हर हाल में मुख्यमंत्री आवास जाना चाहते हैं, तो दूसरी तरफ पुलिस भी पूरे इंतजाम के साथ मौजूद हैं। ऐसे में शिक्षकों और पुलिस कर्मियों में टकराव की आशंका पहले से थी। सीएम आवास पहुंचने से पहले ही पुलिस ने पारा शिक्षकों को रोक दिया, जिसके बाद पारा शिक्षक आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। जिसके बाद पुलिस ने उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।
सहायक शिक्षकों ने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई। सहायक शिक्षकों ने बताया कि वे पिछले 22 सालों से राज्य में अपनी सेवा दे रहे हैं।
बता दें कि राज्यभर में सहायक शिक्षकों की संख्या 62 हजार हैं। राज्य कि विभिन्न हिस्सों से पहुंचे सहायक शिक्षक समतुल्य वेतनमान की मांग कर रहे हैं।