बड़ा उलटफेर : वर्ल्ड कप में 3 दिन के अंदर दूसरा झटका
- नीदरलैंड ने साउथ अफ्रीका को 38 रनों से हराया
स्कॉट एडवर्ड्स की कप्तानी पारी और गेंदबाजों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से नीदरलैंड ने मंगलवार को यहां बारिश से प्रभावित मैच में दक्षिण अफ्रीका को 38 रन से हराया जो आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप में 3 दिन के अंदर दूसरा बड़ा उलटफेर है।
नीदरलैंड ने अफगानिस्तान की गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ मिली जीत से प्रेरणा लेकर दक्षिण अफ्रीका के विजय अभियान पर रोक लगाई। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने पहले दो मैच में बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी।
नीदरलैंड ने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद निर्धारित 43 ओवर में आठ विकेट पर 245 रन चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
एडवर्ड्स ने 69 गेंद पर नाबाद 78 रन बनाए जिसमें 10 चौके और 1 छक्का शामिल है। उनके बाद दूसरा सर्वोच्च स्कोर अतिरिक्त रन (31) का रहा।
इसके जवाब में कई स्टार खिलाड़ियों से सजी दक्षिण अफ्रीका की टीम 42.5 ओवर में 207 रन बनाकर आउट हो गई। उसकी तरफ से डेविड मिलर ने 43 और केशव महाराज ने 40 रन बनाए।
नीदरलैंड की तरफ से लोगन वान बीक ने 3 जबकि रीलोफ वान डर मर्व, पॉल वान मीकरेन और बास डी लीडे ने 2-2 विकेट लिए। नीदरलैंड ने पिछले साल टी-20 विश्व कप में भी दक्षिण अफ्रीका को हराया था।
बारिश के कारण खेल देर से शुरू हुआ, जिससे मैच को 43 ओवर का कर दिया गया।
दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बहुत खराब रही तथा उसने आठ रन के अंदर चार विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर बिना किसी नुकसान के 36 रन से चार विकेट पर 44 रन हो गया।
पहले 2 मैच में शतक जड़ने वाले क्विंटन डिकॉक (20) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। कॉलिन एकरमैन ने उन्हें विकेट के पीछे कैच कराया। इसके बाद वान डर मर्व ने कप्तान तेंबा बावुमा (16) जबकि पॉल वान मीकरेन ने एडेन मार्कराम (01) की गिल्लियां बिखेरी। वान डर मर्व ने अगले ओवर में रासी वान डर डुसेन (04) को पवेलियन भेज कर दक्षिण अफ्रीका को गहरे संकट में डाल दिया।
विकेट गिरने का क्रम यहीं पर नहीं थमा। हेनरिक क्लासेन (28) और मार्को यानसेन (9) भी क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बावजूद मिलर का लंबे समय तक साथ नहीं दे पाए। मिलर भी जब 23 रन पर थे तो बास डी लीडे ने वान डर मर्व की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर उनका कैच छोड़ दिया था।
मिलर इसका फायदा नहीं उठा पाए और लोगन वान बीक ने उन्हें स्विंग लेती गेंद पर बोल्ड करके दक्षिण अफ्रीका की रही सही उम्मीद भी समाप्त कर दी।
केशव महाराज ने 37 गेंद पर 5 चौके ऑन और 1 छक्का लगाकर दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ हार का अंतर भी कम किया।
इससे पहले बादल छाए हुए थे और ऐसे में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया।
कगिसो रबाडा, मार्को यानसेन और लुंगी एनगिडी ने अनुकूल परिस्थितियों का फायदा उठाकर नीदरलैंड का स्कोर 34वें ओवर में 7 विकेट पर 140 रन कर दिया। इन तीनों तेज गेंदबाजों ने 2-2 विकेट लिए।
दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज हालांकि अंतिम ओवरों में रन प्रवाह रोकने में नाकाम रहे। उन्होंने अंतिम 4 ओवर में 68 रन लुटाए।
एडवर्ड्स को निचले क्रम के बल्लेबाजों से अच्छा सहयोग मिला। उन्होंने रीलोफ वान डर मर्व (19 गेंदों पर 29 रन) के साथ 8वें विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी की। दसवें नंबर के बल्लेबाज आर्यन दत्त ने नौ गेंद पर नाबाद 23 रन का योगदान दिया।
रबाडा ने मैच की अपनी पहली गेंद पर ही विक्रमजीत सिंह (2) को आउट कर दिया जबकि यानसेन ने उनके सलामी जोड़ीदार मैक्स ओडोउड (18) को 6 गेंद बाद पवेलियन का रास्ता दिखाया।
रबाडा ने स्टार ऑलराउंडर बास डी लीडे (02) को पगबाधा आउट किया। इस तरह से नियमित अंतराल में विकेट गंवाने के कारण नीदरलैंड की टीम संकट में दिख रही थी।
एडवर्ड्स और दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 26 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके वान डर मर्व ने जवाबी हमले की रणनीति अपनाई जो कारगर साबित हुई। एडवर्ड्स ने रबाडा पर पुल करके छक्का लगाया।
उन्होंने स्पिनर केशव महाराज पर स्वीप और रिवर्स स्वीप करके रन बटोरे। इसके बाद आर्यन दत्त ने भी अपनी संक्षिप्त पारी में तीन छक्के लगाए।