जानें गुजरात की 2 बहादुर बेटियां के बारे में जो हमास आतंकियों के छुड़ा रही हैं छक्के
इसराइल और हमास के बीच पिछले 6 दिनों से भीषण जंग चल रही है। गाजा बॉर्डर पर इसराइल ने बफर झोन बना दिया है। इस युद्ध में गुजरात की 2 बेटियां निशा और रिया भी इसराइल की ओर से हमास आतंकियों के छक्के छुड़ा रही है। इनमें से एक यूनिट हैड है तो दूसरी कमांडो।
इन दोनों बहनों के पिता जीवाभाई मुलियासिया और सवदासभाई मुलियासिया जूनागढ़ के मनावदार तालुका के कोठाडी गांव के रहने वाले हैं। वर्षों पहले इनका परिवार इसराइल चला गया और वहां की नागरिकता हासिल कर ली।
निशा मुलियादसिया जिवाभाई मुलियादसिया की बेटी हैं। वे इसराइली सेना में संचार और साइबर सुरक्षा विभाग के प्रमुख के रूप में कार्य कर रही है। रिया मुलियासिया सवदासभाई मुलियासिया की बेटी है। वह कमांडो ट्रेनिंग के बाद एक स्थायी IDF सैनिक के रूप में इसराइली सेना में शामिल हो गईं।
निशा तो हमास के साथ हुए पिछले युद्ध में भी शामिल थीं। उनके डिवीजन ने फिलिस्तीन में हमास के खिलाफ युद्ध में भारी नुकसान पहुंचाने में प्रमुख भूमिका निभाई।
कोठाडी के सरपंच पति रामदेभाई मुलियासिया ने बताया कि कोठाडी गांव के कई युवा 30-35 साल से इसराइल में काम कर रहे हैं। वे सभी इजराइल में सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि इसराइल में सभी पुरुषों और महिलाओं को कम से कम 24 से 32 महीने तक आईडीएफ में सेवा करने की आवश्यकता होती है। ऐसे में जीवाभाई और सवदासभाई की बेटियां इजरायली सेना में सेवारत हैं।
मूल रूप से पेटलाद की रहने वाली मीनाक्षीबेन मेकवान के अनुसार, जब मिसाइल दागे जाने से पहले सायरन बजता है तो लोग घर में बने बंकर में चले जाते हैं। इसराइली सीमा पर स्थिति गंभीर है, लेकिन मध्य क्षेत्र में कोई समस्या नहीं है।