मुख्यमंत्री से मिले झामुमो के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इक़बाल
- पत्थर उद्योग के सही रूप से संचालन
- नियमित बिजली आपूर्ति की मांग
झारखण्ड/राँची : झामुमो के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इक़बाल ने कई प्रमुख मुद्दो पर पाकुड़ के वर्तमान परिस्थितियों से माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी का ध्यान आकृष्ट कराया है। शाहिद इक़बाल ने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से आग्रह पूर्वक कहा कि पाकुड़ तथा पूरे पाकुड़ जिला में पत्थर उद्योग एक लाइफ लाइन की तरह है यहां के आदिवासी, महिला, पुरुष, ओबीसी, अल्पसंख्यक तमाम वर्ग के लोगो की रोजी-रोटी इस पत्थर उद्योग से जुड़ा हुआ है।
अभी हालात ऐसे हैं कि पत्थर उद्योग का एक बहुत बड़ा हिस्सा बंद रहने के कारण इसका असर बड़े पैमाने पर इसी मजदूर वर्ग पर पड़ा है। अब स्थिति यह है कि मजदूरों का बड़ा वर्ग रोजी-रोटी की तलाश में पलायन कर अन्यत्र राज्यों में जा रहे हैं। उन्होंने मांग किया है कि जिले में पत्थर उद्योग पूर्व की भांति संचालन पर पहल किया जाय।
इसके अलावे विलय किये जा चुके उर्दू विद्यालय के पुनः संचालन पर भी ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि पूर्व के रघुवर सरकार में लगभग 4000 प्राथमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालय सहित उर्दू विद्यालय का भी विलय कर दिया गया था।
उपरोक्त संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री को निवेदन किया गया कि उर्दू छात्रों के उज्जवल भविष्य के मद्दे नजर पाकुड़ जिला अंतर्गत हरिणडांगा उर्दू मध्य विद्यालय सहित जिले के महेशपुर, अमड़ापाड़ा, पाकुड़िया सभी उर्दू मध्य विद्यालयों को चयनित कर उसमें शिक्षा आरम्भ करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा प्रदान करें।
इसके अलावे पाकुड़ शहरी जलापूर्ति योजना में हो रहे कार्य की प्रगति की सूचना माननीय मुख्यमंत्री को दिया गया। साथ ही निवेदन किया गया कि यह योजना शीघ्रता से पूरी हो सके ताकि जनता इससे लाभान्वित हो सके।
उन्होंने पाकुड़ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति पर भी ध्यानाकर्षण किया। कहा कि जिले में समुचित ढंग से बिजली आपूर्ति नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर जनता में आक्रोश है बिजली आपूर्ति के दौरान भी अक्सर लो वोल्टेज रहती है।