राज्यपाल ने किया पाकुड़ जिला के दो प्रखंडों का दौरा, बाँटी परिसम्पत्तियां
- अमड़ापाड़ा और लिट्टीपाड़ा प्रखंड के ग्रामीणों से किया संवाद
झारखण्ड/पाकुड़ : माननीय राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन आज पाकुड़ जिला के अमड़ापाड़ा प्रखंड के डुमरचीर सुबह 10 बजे पहुँचे। गॉर्ड ऑफ ऑनर लेने के पश्चात उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत हुआ।
तत्पश्चात ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की योजना हो या राज्य सरकार की योजना हो, उनका लक्ष्य है समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक के जीवन स्तर को ऊपर उठाना है।
उन्होंने आगे कहा कि केंद सरकार नल-जल योजना के तहत प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल सुलभ कराने हेतु प्रतिबद्ध है। अभी तक 37% परिवारों को इस योजना से आच्छादित किया जा चुका है, शेष बचे 63% परिवार को आच्छादित किया जाएगा। सरकार द्वारा शुद्ध पेयजल सुलभ कराने के साथ-साथ आवास, बिजली, स्वास्थ्य एवं शिक्षा की समुचित व्यवस्था के लिए भी निरंतर कार्य किया जा रहा है।
कार्यक्रम में उपस्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्रा रेखा टुडू ने बताया कि वो डॉक्टर बनना चाहती है एवं उनके विद्यालय में ICT लैब एवं स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध है। राज्यपाल महोदय ने छात्रा को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जो भी बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उनके लिए सरकार द्वारा विशेष कोचिंग के माध्यम से भी शिक्षा की भी व्यवस्था की गई है यदि ये बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं तो इनके लिए भाषा की समस्या नही होगी और ये बेहतर तरीके से अपने समाज और समुदाय के लोगों की सेवा कर सकेंगे।
राज्यपाल महोदय ने मौके पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग अपने बच्चों को निश्चित रूप से शिक्षा दें। आप अपने जमीन-जायदाद एवं विभिन्न स्रोतों से आय का उपयोग बच्चों को शिक्षित बनाने में करें। वे शिक्षित होंगे तभी वे प्रतिस्पर्धा के इस युग में सफलता अर्जित कर सकेंगे।
वहीं मौके पर उपस्थित जिला परिषद की सदस्य श्रीमती प्रियंका मालतो ने कहा कि कुमार भाग पहाड़िया के PVTG में शामिल नहीं होने के कारण बहुत सारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है, उन्होंने राज्यपाल महोदय से कुमार भाग पहाड़िया को PVTG में शामिल करने हेतु अनुरोध किया। राज्यपाल महोदय ने कहा कि यह कार्य एक प्रक्रिया के तहत होती है, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा सरकार से स्थापित मानदंडों के आधार पर राज्य सरकार को अनुशंसा की जाती है एवं राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को।
- विद्यालय जाने हेतु बस सुविधा बहाल करने की मांग
राज्यपाल महोदय से अमड़ापाड़ा प्रखंड के ग्रामीणों द्वारा केंद्रीय विद्यालय, सिंगारसी जाने के लिए कोल् कंपनी द्वारा बस की व्यवस्था की माँग आवेदन द्वारा की।
- छात्र-छात्राओं को हुई मायूसी
अमड़ापाड़ा प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा कार्यक्रम स्थल के समीप विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन शिक्षा विभाग द्वारा किया गया था परंतु राज्यपाल महोदय द्वारा समय न दिए जाने के कारण छात्र-छात्राओं में मायूसी देखी गई।
- शिक्षा विकास की सीढ़ी
राज्यपाल महोदय ने कहा कि जनजातियों एवं PVTG के लिए एकलव्य विद्यालय खोले गए हैं। सरकार द्वारा स्कूल ऑफ एक्सीलेंस भी खोले गए हैं, आप अपने बच्चों को निश्चित रूप से शिक्षित करें, उन्हें ड्रॉप आउट नहीं होने दें। राज्यपाल उत्पादन एवं विक्रय के साथ अन्य उत्पादित सामग्रियों एवं कार्यप्रणाली को देखते हुए कहा कि यह संस्था स्वयं सहायता समूह के लिए रोल मॉडल है।
- लिट्टीपाड़ा में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की जानकारी ली
राज्यपाल महोदय ने वहां विशिष्ट जनजाति सखी मंडल द्वारा संचालित बोरा सिलाई केंद्र, बोरा छपाई केंद्र, उत्पादित सामग्रियों का भंडार गृह देखा एवं PVTG के पारंपरिक पोषण एवं चिकित्सा पद्धति के स्टॉल में जाकर पारंपरिक चिकित्सा की इस पद्धति की जानकारी ली और कहा कि इसके संरक्षण एवं संवर्धन की आवश्यकता है।
राज्यपाल महोदय ने वहां उपस्थित स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि इस समूह के कार्य को देखकर उन्हें बहुत प्रसन्नता हो रही है कि इस सुदूरवर्ती PVTG गाँव में स्वयं सहायता समूह का कार्य एक लघु उद्योग के रूप में स्थापित हो चुका है। इस केंद्र के द्वारा उत्पादित बोरा एवं सामग्री अन्य जिले में भी आपूर्ति की जाती है। सच ही कहा गया है ‘जहां चाह है, वहां राह है’।
राज्यपाल महोदय ने सखी मंडल को अपने ट्रस्ट के कार्यो को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए तीन मूल मंत्र दिये। ये मूल मंत्र हैं-
1.गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद
2.पारदर्शिता एवं
3.त्रुटिरहित रेखा संधारण
गुणवत्तापूर्ण उत्पाद के कारण उपभोक्ता का विश्वास बढ़ता है एवं उनके द्वारा पुनः उत्पाद की मांग की जाती है। यह क्रम निरंतर चलते रहने से आपसी विश्वास बढ़ता है एवं व्यवसाय फलता-फूलता है। पारदर्शिता से आपसी मन-मुटाव नहीं होता है, सभी को उचित लाभांश मिलता है एवं वे ऊर्जान्वित होकर काम करते हैं। त्रुटि रहित लेखा संधारण से पूंजी लगातार बढ़ते रहती है। उन्होंने मौके पर सबकी उन्नति की कामना की।