गुजरात : पहले चरण का मतदान आज, नेताओं की किस्मत EVM में हो जाएगी बंद
- 11 मंत्रियों समेत कई दिग्गज आजमा रहें दाव
गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से 89 सीटों पर आज पहले चरण में मतदान होगा। ये सीटें राज्य की 19 जिलों में फैली हुई हैं और इस चरण में कुल 788 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है। गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने बताया कि गुरुवार को 14,382 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच मतदान होगा।
भाजपा,कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) के अलावा बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) सहित 36 अन्य दलों ने भी अपने प्रत्याशी पहले चरण की सीटों पर उतारे हैं। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 89 सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
पिछले मतदान का परिणाम पहले चरण में जिन 89 सीटों पर मतदान होगा उनमें से 48 पर भाजपा ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस के खाते में 40 सीटें गई थीं और एक सीट पर निर्दलीय विजयी हुआ था।
गुजरात की राजनीत में नया प्रवेश लेने वाली ‘आप’ के प्रत्याशी पहले चरण में 88 सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि, ‘आप’ ने पहले चरण में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे लेकिन सूरत पूर्व विधानसभा सीट से उसके प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया जिसकी वजह से इस चरण में उसके 88 उम्मीदवार ही मैदान में रह गए। अन्य दलों में बसपा ने 57 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं जबकि बीटीपी के 14, माकपा के चार उम्मीदवार मैदान में हैं।
- ये दिग्गज मैदान में
गुजरात विधानसभा के इस चुनाव में भाजपा के कुल 11 मंत्री मैदान में हैं, जिसमें जीतू वघानी, हर्ष सांघवी, पूर्णेश मोदी, किरीटसिंह राणा, जीतू चौधरी, मुकेश पटेल, विनू मोर्दिया, देवा मालम, कानू देसाई, राघवजी पटेल का भविष्य ईवीएम में कैद होगा और जनादेश की घोषणा 8 दिसंबर को होगी।
परेश धनानी, विक्रम मैडम, इंद्रनील राजगुरु, ऋत्विक मकवाना, अमरीश डेर, ललित कगथारा, ललित वसोया इस चुनावी जंग में शामिल हैं। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के येसुदन गढ़वी, गोपाल इटालिया, अल्पेश कथीरिया आदि पर नजर रहेगी।
- कितनी महिला उम्मीदवार
इस चरण में कुल 339 निर्दलीय भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पहले चरण में कुल 788 उम्मीदवारों में से 70 महिला प्रत्याशी हैं जिनमें से भाजपा की 9, कांग्रेस की 6 और आप की 5 महिला उम्मीदवार शामिल हैं।
आप के मुख्यमंत्री प्रत्याशी इसुदान गढ़वी सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित देवभूमि द्वारका जिले के खम्भालिया विधानसभा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जहां पर गुरुवार को मतदान होगा। आप की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया सूरत के कतारगाम सीट से प्रत्याशी हैं।
- कच्छ की सीटें अहम
कांग्रेस के राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सौराष्ट्र-कच्छ की 54 सीटें अहम है। इस क्षेत्र में कांग्रेस ने वर्ष 2017 के चुनाव में 30 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि वर्ष 2012 के चुनाव में पार्टी को महज 12 सीटें मिली थी। वहीं, भाजपा को पिछले चुनाव में महज 23 सीटें मिली थी जबकि वर्ष 2012 के चुनाव में उसने 35 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
पहले चरण में 19 जिलों में से कच्छ, सुरेंद्र नगर, मोरबी, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, बोटाद, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिले शामिल हैं।
पिछले चुनाव में कांग्रेस ने दक्षिण गुजरात में भी बेहतर प्रदर्शन किया था और वर्ष 2012 के छह सीटों के मुकाबले वर्ष 2017 में 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं भाजपा को 25 सीटें मिली थी जबकि वर्ष 2012 के चुनाव में सत्तारूढ़ दल ने 28 सीटें अपने नाम किए थे। दक्षिण गुजरात में सूरत की 12 सीटें है जो लंबे समय से भाजपा का ‘गढ़’ बना हुआ है।
भाजपा को इस बार इस क्षेत्र से चुनौती मिल रही है क्योंकि ‘आप’ ने अपने कुछ वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की घोषणा के तहत शहर की सात सीटों पर जीत दर्ज करने की उम्मीद कर रही है।
गुजरात के आप प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया सूरत के कतारगाम से, पार्टी महासचिव करंज से, पाटीदार नेता अल्पेश कटारिया वारछा रोड से चुनाव लड़ रहे हैं।
राज्य सीईओ कार्यालय के मुताबिक गुजरात में कुल 4,91,35,400 मतदाता रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 2,39,76,670 मतदाता पहले चरण में मतदान करने की अहर्ता रखते हैं। इनमें से 5.74 लाख मतदाताओं की उम्र 18 से 19 साल के बीच है जबकि 4,945 मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 99 साल से अधिक है। इसमें 1,24,33,362 पुरुष, 1,15,42,811 महिला और 497 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक पहचे चरण में 14,382 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा जिनमें से 3,311 केंद्र शहरी क्षेत्र में हैं और बाकी के 11,071 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं।
चुनाव आयोग ने 89 ‘आदर्श मतदान केंद्र’ स्थापित किए हैं और कई मतदान केंद्रों की व्यवस्था दिव्यांग कर्मी देखेंगे, 89 मतदान केंद्र पर्यावरण अनुकूल बनाए गए हैं जबकि 611 मतदान केंद्रों पर मतदान कराने की जिम्मेदारी महिलाएं संभालेंगी। आयोग के मुताबिक 18 ऐसे मतदान केंद्र भी है जिनकी जिम्मेदारी युवाओं के हवाले होगी।
पहले चरण में 34,324 बैलेट यूनिट, इतनी ही संख्या में कंट्रोल यूनिट और 38,749 वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। आयोग ने बताया कि सुचारु तरीके से मतदान संपन्न कराने के लिए 2,20,288 प्रशिक्षित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैनाती की गई है। पहले चरण में 27,978 पीठासीन अधिकारी और 78,985 चुनाव अधिकारी तैनात होंगे।
- दिग्गजों ने किया प्रचार
पहले चरण के प्रचार के तहत भाजपा, कांग्रेस और आप नेताओं ने रोड शो किया और जनसभाओं को संबोधित किया। सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों और राज्य के नेताओं ने प्रचार किया।
आप की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सबसे अधिक प्रचार किया। उनके अलावा पार्टी की ओर से दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया , राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह ने भी प्रचार किया।
कांग्रेस के लिए स्थानीय नेताओं के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहले चरण के आखिरी कुछ दिनों में जनसभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से समय निकालकर इस महीने राज्य में दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया। एजेंसियां