• 20 राज्यों में 56 स्थानों पर छापेमारी

केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने शनिवार को चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 राज्यों में 56 स्थानों पर छापेमारी की। सीबीआई की टीम ने सिंगापुर से इंटरपोल को मिले इनपुट के आधार पर दिल्ली, मुंबई, पटना समेत कई स्थानों पर छापे मारे।

 

 

इससे पहले नवंबर 2021 में भी सीबीआई ने 14 राज्यों की 77 जगहों पर छापेमार कर्रवाई कर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश की थी। सीबीआई ने तब ऑनलाइन बाल यौन शोषण मामले में 83 आरोपियों के खिलाफ 23 मामले दर्ज किए थे।

 

 

नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (NCRB) के रिकॉर्ड के मुताबिक देशभर में बच्चों के खिलाफ साइबर क्राइम के मामले 2019 की तुलना में 2020 में 400 फीसदी से ज्यादा बढ़े है। बच्चों के साथ साइबर अपराध के ज्यादातर मामले यौन कार्यों में बच्चों को दिखाने वाली सामग्री के प्रकाशन और प्रसारण से जुड़े हुए हैं।

 

NCRB के 2020 के आंकड़ों के मुताबिक, बच्चों के खिलाफ साइबर पोर्नोग्राफी के सबसे अधिक मामले उत्तरप्रदेश में 161, महाराष्ट्र में 123, कर्नाटक में 122, उड़ीसा में 78, तमिलनाडु में 28, मध्यप्रदेश में 20 आए।

 

 

 

  • पोर्न की गिरफ्त में युवा पीढ़ी 

भारत में पोर्नोग्राफी तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। 10 में से 8 युवा 18 वर्ष की उम्र से पहले पोर्नोग्राफी देख लेते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक लगभग 80% युवा अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को साझा नहीं करते है। वहीं 15 से 19 साल की उम्र में पोर्न एडिक्ट होने की सबसे अधिक संभावना रहती है।

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