दिल्ली कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सामना कर रही
- केजरीवाल ने कहा घबराने की जरुरत नहीं
नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के नये मामलों में वृद्धि हुई है और इसे महामारी की ‘तीसरी लहर’ कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है और सरकार हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी नहीं है, हालांकि कुछ निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बिस्तरों की कमी है, इसका निदान भी एक-दो दिन में कर लिया जायेगा। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के नए मामले आ रहे हैं और मंगलवार को पहली बार दिल्ली में 6,000 से ज्यादा नये मामले सामने आये हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है। मुझे लगता है कि हम इसे महामारी की तीसरी लहर कह सकते हैं… हम हालात पर लगातार नजर रख रहे हैं और घबराने की जरुरत नहीं है। हम सभी जरूरी कदम उठाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि सितंबर के अंत और अक्टूबर की शुरुआत में दिल्ली में 3,000 से भी कम नए मामले सामने आ रहे थे।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली में कोविड-19 की दूसरी लहर 17 सितंबर को अपने चरम पर थी जिस दिन शहर में 4,500 नए मामले आए थे।’’ उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराना और मृत्यु दर को कम से कम रखना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि कुछ बड़े, निजी अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की कमी है, लेकिन हम इसमें सुधार की कोशिश कर रहे हैं।’’ केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार ने उनकी संख्या (निजी अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की) बढ़ाई थी, लेकिन दुर्भाग्य से दिल्ली उच्च न्यायालय ने हमारे फैसले पर रोक लगा दी। हम आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दे रहे हैं।’’
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 6,725 नए मामले सामने आए वहीं 48 और लोगों की मौत से राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण से मृतकों की संख्या 6652 हो गई।