कोरोना काल में दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए लागू किया ये प्रोग्राम, नहीं होगा बच्चों की पढ़ाई का नुकसान

देश में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं दे रही है,कोविड मामलों में एक बार फिर बड़ा उछाल देखा गया है। बीते 24 घंटे में देश में 3 लाख 47 हज़ार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। दिल्ली में भी बीते 24 घंटों में 12306 मामले सामने आए। कोरोना वायरस के चलते एक बार फिर विद्यार्थियों की शिक्षा में मुश्किल आ रही है। बीते कई दिनों से देश की राजधानी समेत कई राज्यों में कोरोना के कहर को देखते हुए स्कूल कॉलेज बंद है। कई जगह तो परीक्षाओं को भी आगे के लिए स्थगित कर दिया गया है।
दिल्ली में बीते कई दिनों से कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही थी। लेकिन फिलहाल इसकी रफ्तार में कुछ गिरावट आई है। अभी भी संक्रमण फैलने का खतरा लगातार मंडरा रहा है। इसी के चलते दिल्ली सरकार ने स्कूलों को खोलने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया है।
 देश की राजधानी में नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए 100 दिवसीय रिमोट रीडिंग कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। जिसमें एक बार फिर बच्चों के लिए घर से काम करने के लिए साप्ताहिक वर्कशीट शामिल है। केंद्र सरकार के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा इस अभियान की शुरुआत 1 जनवरी से की गई थी। इस हफ्ते से इसे दिल्ली के सरकारी और नगर निगम के स्कूलों में लागू किया जा रहा है।
 कोरोना के कारण बच्चे स्कूलों से दूर हैं। उनकी पढ़ाई पर किसी तरह का बुरा प्रभाव ना पड़े इसलिए बुनियादी शिक्षा उपकरण राज्य शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीआईआरटी) ने इसके लिए एक वर्कशीट को तैयार किया है। ताकि बच्चों के स्कूल बंद होने के बाद भी उनके सीखने की क्षमता में कोई बाधा न आए। इस वर्कशीट में बोलना, सुनना, पढ़ना, लिखना और इसके साथ-साथ संख्यात्मक गतिविधियां शामिल है। जानकारी के अनुसार, छात्रों को 1 सप्ताह में इस कार्यक्रम के तहत 6 वर्कशीट दी जाएंगी। इनमें हिंदी, अंग्रेजी और संख्यात्मकता (Numeracy) शामिल है। इसके साथ साथ शॉर्ट स्टोरी, कविता और गीत को भी शामिल किया गया है।

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