पिछले कई दिनों से चीन और भारत के बीच टकराव की स्थिति लगातार देखी जा रही है। हाल में ही चीनी सैनिकों ने प्रोपेगेंडा के तहत अपना झंडा फहराते हुए एक वीडियो जारी किया था। जिसके बाद चीनी यूजर्स की ओर से यह दावा किया गया था कि उनकी सेना ने गलवान में अपना झंडा लहरा दिया है। हालांकि गलवान पॉइंट से यह क्षेत्र काफी दूर था और चीन का यह प्रोपेगेंडा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ। लेकिन भारतीय सेना ने चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की कोशिश की है। दरअसल, चीनी सैनिकों के झंडा फहराने वाले वीडियो के वायरल होने के बाद अब भारतीय जवानों की भी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों में भारतीय जवान गलवान में अपना तिरंगा झंडा फहराते आ रहे हैं। मौका था नववर्ष के उत्सव का। जैसे ही यह खबर चीन को मिली उसके पसीने छूटने लगे।
— ANI (@ANI) January 4, 2022 आपको बता दें कि 2020 में भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में खूनी झड़प हुई थी। इसके बाद दोनों ही देशों के बीच तल्खी बढ़ गई। चीनी सैनिकों द्वारा झंडा फहराने के वीडियो को वायरल किए जाने के बाद भारत में विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया। हालांकि यह बात भी जल्द ही साफ हो गया कि जो वीडियो दिखाया गया है वह एलएसी पर चीन की तरफ का है। जवाब में भारतीय जवान बर्फ से ढकी चोटी पर तिरंगे को फहराते हुए शान से खड़े नजर आ रहे हैं। जाहिर सी बात है कि इस तरह की तस्वीरें चीन को डरा सकती हैं। भारतीय सेना की इन तस्वीरों से यह तो साफ हो ही गया कि गलवान घाटी में भारत की स्थिति कितनी मजबूत हुई है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट पैंगोंग सो (झील) पर चीन द्वारा पुल का निर्माण किए जाने संबधी खबरों को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि उनकी ‘खामोशी’ की गूंज बहुत तेज है। उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री की खामोशी की गूंज बहुत तेज है। हमारी जमीन, हमारे लोग और हमारी सीमाएं इससे कहीं बेहतर की हकदार हैं।’’ कांग्रेस नेता ने जिस खबर का हवाला दिया उसमें दावा किया गया है कि चीन एलएसी के बहुत निकट एक पुल का निर्माण कर रहा है जो झील के उत्तरी किनारे को दक्षिणी किनारे से जोड़ेगा। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी पुल के निर्माण से संबंधित एक खबर को लेकर सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।