इलेक्शन से पहले वैकेशन से कांग्रेस को हो रहा नुकसान, आखिर राहुल क्यों करते हैं ऐसा?
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की दस्तक है। देश की सभी राजनीतिक पार्टी तैयारियों में है। पार्टी के बड़े-बड़े नेता राज्यों में चुनावी रैलियां कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ऐसे मौके पर छुट्टियों को ज्यादा अहमियत देते हैं। राहुल गांधी नये साल की छुट्टियां मनाने इटली रवाना हुए। बीजेपी के लिए राहुल का विदेशी दौरा तंज कसने की वजह बन गया। कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताते हुए बेवजह अफवाह न फैलाने की बात कही है। लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब राहुल चुनावों से पहले विदेश दौरे पर गए हो।
कांग्रेस की सफाई
राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर सियासी बवाल मचा तो कांग्रेस की तरफ से जवाब आया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विट कर कहा कि राहुल गांधी एक निजी यात्रा पर गए हैं। बीजेपी और उसके दोस्त मीडिया के लोगों को अनावश्यक अफवाहें नहीं फैलानी चाहिए। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी 5 जनवरी को भारत आ जाएंगे। वह सभी के संपर्क में है। लेकिन कांग्रेस पार्टी इस बात को समझ पाने में नाकाम हो रही है कि सार्वजनिक जीवन में आने पर कुछ भी निजी नहीं रह जाता है। उस पर सब की नजर रहती है।
पहले भी चुनाव से पहले राहुल छुट्टी पर गए
साल 2013 में जब उत्तराखंड में भयंकर बाढ़ आई थी तो उस वक्त राहुल गांधी विदेश में छुट्टी मना रहे थे। उस वक्त प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार थी।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल अचानक छुट्टी मनाने चले गए थे। साल 2015 में असम चुनाव के बीच में राहुल गांधी फ्रांस चले गए थे।
साल 2015 के ही फरवरी महीने में ही राहुल गांधी बैंकॉक, म्यांमार की अध्यात्मिक यात्रा पर गए थे।
साल 2016 में पंजाब चुनाव से पहले वो इंग्लैड दौरे पर गए।
साल 2019 में राहुल अचानक विदेश रवाना हुए जब कांग्रेस अर्थव्यवस्था पर पूरे देश में आंदोलन कर रही थी।
साल 2019 में देश में सीएए को लेकर कानून पारित हो रहा था तो राहुल साउथ कोरिया का दौरा कर रहे थे।
साल 2021 में जब ओमिक्रॉन का कहर पूरी दुनिया पर हावी हो रहा है और देश में चुनाव पीक पर है तो राहुल न्यू ईयर वेकेशन पर चले गए। विदेश यात्रा पर टीका-टिप्पणियों के बीच राहुल गांधी की विदेश यात्रा को लेकर सस्पेंस देर तक बना रहा। राहुल कहां गए और कब तक लौटेंगे इसकी डिटेल देर रात तक आई। इसके मुताबिक राहुल नए साल की छुट्टी पर इटली गए।
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राहुल की छवि के साथ ही पार्टी को भी हो रहा नुकसान
ऐन मौकों पर राहुल का छुट्टयां मनाने के लिए चले जाना उनकी छवि के साथ ही पार्टी पर भी असर डालता है। लोगों के बीच ऐसा मैसेज जाता है कि राहुल चुनाव को लेकर सीरियस नहीं है। कई बार राहुल के छुट्टियों को लेकर विरोध के स्वर भी सामने आते रहे हैं। बिहार में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी राजद के नेता शिवानंद तिवारी ने राज्य में चुनाव के वक्त राहुल के प्रियंका के घर छु्ट्टियां मनाने को लेकर तंज भी कसा था।
राहुल विरोधियों की फिक्र करते नहीं
राहुल गांधी के विदेश दौरे को लेकर अक्सर उनके विरोधियों की तरफ से उन पर निशाना साधा जाता है। लेकिन राहुल गांधी इन तीखे हमलों की बहुत ज्यादा परवाह नहीं करते। कांग्रेस के जानकारों का मानना है कि राहुल वही करते हैं जो उन्हें उचित लगता है। इससे पहले भी उनके छुट्टियों पर जाने को लेकर उनसे सवा पूछा गया तो राहुल का मानना था कि अगर उनके छुट्टी पर जाने से आम जनता को कई असर पड़ता है तो वो नहीं जाएंगे। लेकिन अगर कुछ नेताओं को ये पसंद नहीं तो इस बात से वो कोई इत्तेफाक नहीं रखते।