पश्चिम बंगाल में अदालत द्वारा पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाने के बीच, दीपावली और काली पूजा के अवसर पर बृहस्पतिवार को सुबह से मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की कतार देखी गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनायें दी।

 

 

 

राज्यपाल ने ट्वीट किया, “दीवाली के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं और बधाई। दीवाली हमें अंधरे पर प्रकाश की विजय का संदेश देती है। आइये हम जरूरतमंदों और असहायों के जीवन में उम्मीद की रौशनी भरें और मानवता के मूल्यों को सीचें।”

 

 

मुख्यमंत्री बनर्जी ने ट्वीट किया, “काली पूजा के अवसर पर सभी को शुभकामनायें। मां काली आपको और आपके परिजनों को खुशी, ताकत और विवेक प्रदान करें।” आज दिन की शुरुआत से ही बहुत से लोग मिठाइयों की दुकानों के बाहर दिखाई दिए और काली पूजा की शुभकामनायें दी। कोलकाता के बाहरी इलाके में स्थित दक्षिणेश्वर मंदिर में दिन बढ़ने के साथ ही लोगों की कतार लंबी होती गई।

 

 

 

 

मंदिर के न्यासी कुशल चौधरी ने बताया कि प्रबंधन ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए कमर कसी है। उन्होंने कहा कि मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं का प्रवेश द्वार पर ही तापमान मापा गया।

 

 

 

चौधरी ने कहा, “श्रद्धालुओं से कहा गया है कि मंदिर में दर्शन करने के बाद रुके नहीं और तत्काल बाहर निकल जाए। मंदिर से सटे घाट पर किसी को बैठने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा गर्भ गृह के पास परिसर में 200 से ज्यादा लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं है।”

 

 

 

 

बीरभूम जिले के तारापीठ मंदिर में सुबह मंगला आरती के साथ मंत्रोच्चार किया गया। मुख्यमंत्री आवास के पास कालीघाट मंदिर में भी भारी संख्या में लोगों ने दर्शन किया।

आकाश भगत

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